श्रावण मास में कैसे करें #शिव आराधना ?*क्या रखें सावधानियां ?*
*श्रावण मास में कैसे करें #शिव आराधना ?*क्या रखें सावधानियां ?*
*करवाएं कालसर्प दोष का निवारण एवं रुद्राभिषेक*
#सावन मास की सोमवार की महत्वपूर्ण तिथियां:
सावन का पहला सोमवार: 26 जुलाई 2021
सावन का दूसरा सोमवार: 2 अगस्त 2021
सावन का तीसरा सोमवार: 9 अगस्त 2021
सावन का चौथा सोमवार: 16 अगस्त 2021
श्रावण मास में विशेष महत्व
श्रावण मास में भगवान शिव की आराधना का विशेष महत्व माना गया है।
भोले नाथ अपने नाम के अनुरुप अत्यंत भोले हैं और सहज ही प्रसन्न हो जाते हैं।शिवोपासना से जीवन की अनेकानेक कठिनाइयां दूर होती हैं। इस मास में महामृत्युंज्य मंत्र, रुद्राभिषेक,शिव पंचाक्षर स्तोत्र आदि के पाठ से लाभ मिलता है। शिवलिंग पर मात्र बिल्व पत्र चढाने से ही भगवान शिव प्रसन्न हो जाते हैं। इसके अतिरिक्त, भांग, धतूरा, जल, कच्चा दूध, दही, बूरा, श्हद, दही, गंगा जल, सफेद वस्त्र, आक , कमल गटट्ा, पान , सुपारी, पंचगव्य , पंचमेवा आदि भी चढ़ाए जा सकते हैं।
ओम् नमः शिवाय का जाप या महामृत्यंुज्य का पाठ कर सकते हैं।
शिवलिंग पर चंपा, केतकी, नागकेशर, केवड़ा या मालती के फूल न चढ़ाएं। अन्य कोई भी पुष्प जैसे हार सिंगार,सफेद आक आदि के अर्पित कर सकते हैं। बेल पत्र का चिकना भाग ही शिवलिंग पर रखना चाहिए तथा यह भी ध्यान रखें कि बेल पत्र खंडित न हों।
इस मास के प्रत्येक मंगलवार को श्री मंगला गौरी का व्रत , विधिवत पूजन करने से शीघ्र विवाह या वैवाहिक जीवन की समस्याओं से मुक्ति मिलती है और सौभाग्यादि में वृद्धि होती है। जिन के विवाह में विलंब हो रहा है, शिव पूजन से विवाह संबंधित बाधाएं भी दूर हो जाती हैं।
जिन लोगों की #कुंडली में राहू दोष या कालसर्प दोष है उन्हें श्रावण मास में विधिवत इसका निवारण सुयोग्य कर्मकांडियों द्वारा करवाने से बहुत से कष्ट दूर होते हैं इन दिनों रुद्राभिषेक करवाने से भी बह लाभ मिलता है।
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